श्रीमत् भगवत् गीता विचार
Quote 1:Neither in this world nor elsewhere is there any happiness in store for him who always doubts.
In Hindi: सदैव संदेह करने वाले व्यक्ति के लिए प्रसन्नता ना इस लोक में है ना ही कहीं और .
Quote 2: Delusion arises from anger. The mind is bewildered by delusion. Reasoning is destroyed when the mind is bewildered. One falls down when reasoning is destroyed.
In Hindi: क्रोध से भ्रम पैदा होता है. भ्रम से बुद्धि व्यग्र होती है. जब बुद्धि व्यग्र होती है तब तर्क नष्ट हो जाता है. जब तर्क नष्ट होता है तब व्यक्ति का पतन हो जाता है.
Quote 3: The power of God is with you at all times; through the activities of mind, senses, breathing, and emotions; and is constantly doing all the work using you as a mere instrument.
In Hindi: मन की गतिविधियों, होश, श्वास, और भावनाओं के माध्यम से भगवान की शक्ति सदा तुम्हारे साथ है; और लगातार तुम्हे बस एक साधन की तरह प्रयोग कर के सभी कार्य कर रही है.
Quote 4: The wise sees knowledge and action as one; they see truly.
In Hindi: ज्ञानी व्यक्ति ज्ञान और कर्म को एक रूप में देखता है, वही सही मायने में देखता है.
Quote 5: The mind acts like an enemy for those who do not control it.
In Hindi: जो मन को नियंत्रित नहीं करते उनके लिए वह शत्रु के समान कार्य करता है.
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Der Sir /Mam,
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